CBSE Counselling: सीबीएसई के निर्देश के एक साल बाद भी शहर की ज्यादातर स्कूलों ने कॅरियर काउंसलिंग सेंटर शुरू नहीं किए हैं। करीब 20 परसेंट स्कूल ही बच्चों की काउंसलिंग कर रही हैं। पिछले साल 22 जून को शहर में सीबीएसई की वर्कशॉप आयोजित की गई थी। बोर्ड के अनुसार, सभी सीबीएसई स्कूलों को कॅरियर काउंसलिंग सेंटर शुरू कर बच्चों को सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन को लेकर गाइड करना था। शहर की 106 सीबीएसई स्कूलों में से करीब 20 स्कूलों में ही काउंसलिंग सेंटर्स खोले गए हैं।
बच्चों और पेरेंट्स की सेपरेट काउंसलिंग
सेंटर्स में स्टूडेंट्स के साथ पेरेंट्स की भी काउंसलिंग होती है। इनमें बच्चों को सब्जेक्ट्स चूज करने में आ रही परेशानियों को दूर किया जाता है। बहुत से बच्चे काउंसलिंग के अभाव में सही कॅरियर ऑप्शन नहीं चुन पाते हैं। कई बार स्टूडेंट्स सब्जेक्ट्स कॉम्बिनेशन के बारे में भी अवेयर नहीं होते हैं। कभी पेरेंट्स की एक्सपेक्टेशंस को लेकर भी बच्चे प्रैशर में रहते हैं। स्टूडेंट्स की इन्हीं प्रॉब्लम्स को देखते हुए सीबीएसई ने काउंसलिंग निर्देश दिए थे।
टीचर्स भी करेंगे गाइड
बोर्ड ने यह भी साफ किया था कि जो टीचर्स काउंसलिंग में एक्सपर्ट हो गए हैं, वे दूसरे टीचर्स को भी गाइड करें। इन सबके पीछे सीबीएसई का उद्देश्य है कि बच्चों को कॅरियर ऑप्शन और सब्जेक्ट चुनने में कोई कन्फ्यूजन नहीं रहे। बच्चे को हर स्टेज पर एक्सपर्ट गाइड करते रहें।
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