5G in India: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2022) में 5G इंटरनेट सेवाएं लॉन्च कर दी हैं, इस अवसर पर PM मोदी ने कहा 21वीं सदी की सबसे बड़ी शक्ति का आगाज हुआ और इससे देश के टेक्नोलॉजी सेक्टर में क्रांति आएगी। सबसे पहले इंडस्ट्रीज और फिर बाकी यूजर्स के लिए ये 5G सेवाएं रोलआउट की जाएंगी। आपको बता दें कि देश की टेलिकॉम कंपनियों ने 5G रोलआउट के लिए भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है। पहले फेज में 13 शहर अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे में 5G कनेक्टिविटी की शुरुआत होगी। इसके बाद 5G को देश के हर हिस्से में पहुंचाया जाएगा। 5G आने के बाद अब आपकी लाइफ पर इसका क्या असर पड़ेगा? आइये जानते हैं....
क्या है 5G तकनीक और कैसे करती है काम!
5G यानी 5th Generation Mobile Network जोकि मोबाइल नेटवर्क पर डाउनलोडिंग और अपलोडिंग की गति को बढ़ाएगी। जानकारी केलिए आपको बता दें कि सेल्फ ड्राइविंग कारों में जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है वो 5G पर काम करती है।
कैसे काम करता है 5G?
5G के इतने तेज काम करने के पीछे हैं, मिली मीटर वेब्स, यह एक तरह की रेडियों तरेंगे होती हैं। हमारे स्मार्ट फोन और अन्य स्मार्ट डिवाइस इन्हीं मिलीमीटर वेब्स से जुड़े होते हैं, लेकिन अगर किसी जगह पर ज्यादा स्मार्टफोन होते हैं तो यह फ्रीक्वेंसी बट जाती हैं और नेटवर्क स्लो हो जाताहै। अभी यह मिली मीटर वेब्स 6 गीगा हर्ट्स पर काम करती है, लेकिन 5G में यही बढ़कर 30 से 300 गीगा हर्ट्स पर पहुंच जायेगी। 4G पर नेटवर्क की बात करें तो 500 वर्ग किलो मीटर में 10 लाख डिवाइज कनेक्ट हो सकते हैं। जबकि 5G पर सिर्फ एक वर्ग किलोमीटर में ही 10 लाख डिवाइस कनेक्ट किए जा सकेंगे।
5G से ऐसे बदलेगी आपकी लाइफ!
4G की 1 GBPS (गीगाबिट्स प्रति सेकंड) की तुलना में 5G के हाई-बैंड स्पेक्ट्रम में इंटरनेट स्पीड 20 GBPS तक है। इस स्पीड को पाने के लिए 5G सभी तरह के स्पेक्ट्रम को यूज करता है। 5G में 1 Gbps की स्पीड से 3 Gb की एक मूवी को 3 सेकंड्स मे डाउनलोड किया जा सकता है। 5G की सहायता से 20.8 मिलियन डिवाईसेस को एक साथ जोड़ा जा सकता है। 5G तकनीक में कनेक्शन डेन्सिटी 1 मिलियन प्रति वर्ग किलोमीटर है। इसका मतलब यह है कि प्रति वर्ग किलो मीटर में 1 मिलियन डिवाइस को एक साथ जोड़ा जा सकता है 5G तकनीक में अल्ट्रा हाई स्पीड और सुपर लो लेटन्सी के कारण एक मशीन से दूसरी मशीन के बीच कम्यूनिकेट करना बहुत आसान हो जायेगा। 5G नेटवर्क से अल्ट्रा एचडी क्वालिटी की वीडियो कॉलिंग भी की जा सकेगी। इस समय मौजूदा 4G LTE टेक्नोलॉजी से भी तेज स्पीड से चलने के लिए बिल्ट किया गया है।
सुपर स्पीड से चलेगा इंटरनेट
5G की स्पीड की बात करें तो महज 3मिनट में 4GB की 4K वीडियो को आप आसानी से डाउनलोड कर पायेंगे। यानी आप Mbps से Gbps की दुनिया में प्रवेश करने जा रहे हैं। डेटा ट्रांसफर करने की स्पीड भी कई गुना बढ़ जाएगी। 4G की तुलना में अगर समझे तो 10 से 100 गुना तेज। आप वह हर काम 5G टेक्नोलॉजी के जरिए कर पाएंगे जो 4G में नहीं कर पाते हैं।
5G से इन सेक्टर को मिलेगी मदद
5G टेक्नोलॉजी के आने से ड्राइवरलेस गाड़ियां, हेल्थकेयर, वर्चुअल रियल्टी, क्लाउड गेमिंग के लिए भी नए रास्ते खुलेंगे। हेल्थकेयर सेक्टर की बात करें तो डॉक्टर अपने स्थान से ही रोगियों से सीधा जुड़ सकेंगे, साथ ही डॉक्टर सर्जनों को दूरस्थ सर्जरी करने में भी सक्षम बनाएंगे। इसके अलावा, स्मार्ट चिकित्सा उपकरण जैसे कि वियरेबल्स इमरजेंसी की स्थिति में रोगियों को जल्दी सलाह दे सकेंगे। 5G टेक्नोलॉजी में अल्ट्रा हाई स्पीड और सुपर लो लेटन्सी के कारण एक मशीन से दूसरी मशीन के बीच कम्यूनिकेट करना बहुत आसान हो जायेगा। Qualcomm के मुताबिक 5G अभी तक 13.1 ट्रिलियन डॉलर ग्लोबल इकोनॉमिक आउटपुट दे चुका है। 5G के आने के बाद जो पहले से काम किये जा रहे थे, उसमें तो सुधार होगा ही, साथ ही साथ इंटरनेट से नये तरह के डिवाइसेस जुड़ेंगे। इतना ही नहीं आप अपने फ्रीज, टीवी, एसी और घर की दूसरी चीजें भी इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं, आप कहीं से भी इन वस्तुओं (Internet of Things) को अपने स्मार्टफोन से कंट्रोल कर सकते हैं।
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