Internet Explorer Retire: पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पॉपुलर वेब ब्राउजर्स Internet Explorer अब बंद होने जा रहा है। इस महीने 15 तारीख (1 June) से माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) इसकी सर्विस पूरी तरह से समाप्त कर देगी। आपको बता दें कि कंपनी ने पिछले साल इसे बंद करने ऐलान कर दिया था। आपको बता दें कि 27 सालों तक इस्तेमाल किये जाने के बाद इस सेवा को अब बंद किया जा रहा है
Internet Explorer के बारे में दिलचस्प बातें
Internet Explorer वेब ब्राउजर को सबसे पहले साल 1995 में ऐड-ऑन पैकेज प्लस के तौर पर विंडोज 95 के लिए पेश किया था, लेकिन साल 1994 में थॉमस रियरडन ने शुरू किया था और इसमें सिर्फ 6 मेंबर्स की ही टीम शुरूआती दिनों में थी। माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोरर की प्रोग्रामिंग लैग्वेज सी प्लस प्लस ( C++ ) है।साल 1999 तक इसके 5 वर्जन आ चुके थे। साल 2000 में Internet Explorer काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ। रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2003 में इसका मार्केट शेयर करीब 95% था।
Internet Explorer का लास्ट वर्जन 11 था जोकि अक्टूबर 2013 में रिलीज हुआ था। वहीं जनवरी 2015 में ‘माइक्रोसॉफ्ट ऐज' नाम से कंपनी ने नया वेब ब्राउजर पेश किया। जबकि अगले साल इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer)के लिए नए फीचर डेवलपमेंट को बंद कर दिया गया। ऐसे में यह मानें जाना लगा कि अगले कुछ सालों में एक्सप्लोरर सिर्फ इतिहास बनकर रह जाएगा। कभी 95 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ टॉप पे रहने वाला Internet Explorer अब महज 0.38 प्रतिशत मार्केट शेयर पर सिमट गया है। आपको बता दें कि 1990 के दशक के आखिर में माइक्रोसॉफ्ट ने इसके डेवलपमेंट पर सालाना 100 मिलियन डॉलर खर्च किए थे।
2002 में Firefox और 2008 में google chrome के आने का बाद से Internet Explorer का बाजार शेयर कम होता चला गया। इस समय google chrome को लोग ज्याद इस्तेमाल करने लगे हैं जोकि फ़ास्ट और आसान है। इसके अलावा Apple Safari, firefox, opera और Vivaldi को भी यूजर्स का अच्छा सपोर्ट मिल रहा है।
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