नेशनल टैस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से पहली बार आयोजित किया गया नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टैस्ट (नीट) तीन साल में सबसे आसान रहा। पेपर में 96 प्रतिशत सवाल एनसीईआरटी से पूछे गए। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स ने एनसीईआरटी से तैयारी की, उन्हें फायदा मिलेगा। हालांकि बायोलॉजी में छह सवाल एनसीईआरटी से बाहर पूछे गए, लेकिन यह पिछले साल से काफी आसान रहा। फिजिक्स भी पिछले साल से आसान और कैमिस्ट्री बेहद ईजी रही। बायोलॉजी और फिजिक्स इस बार डिसाइडिंग रहेगी।
पेपर पैटर्न की बात करें, तो ग्यारहवीं और बारहवीं के टॉपिक्स को ईक्वल वेटेज दिया गया। एक्सपर्ट आशीष अरोड़ा के अनुसार, बायोलॉजी मॉडरेट रही। कैमिस्ट्री में तीन साल से पूछे जा रहे कीटोंस और एल्डीहाइड्स से कोई भी सवाल नहीं पूछा गया। कैमिस्ट्री में पिछले छह सालों में सबसे ईजी रहा। एक्सपर्ट अरुण गौड़ के अनुसार तीनों की विषय आसान रहे। 11वीं और 12वीं के समान संख्या में प्रश्न पूछे गए। कैलकुलेशन कम रही। कटऑफ पिछले सालों की तुलना में बढ़ सकती है।
स्टूडेंट्स के अनुसार, पेपर काफी आसान रहा। अलवर से आई स्टूडेंट भावना का कहना था कि पेपर ईजी था। बायो और कैमिस्ट्री आसान रही। 74 सवाल एनसीईआरटी से रहे। कैमिस्ट्री में ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक दोनों आसान थे, फिजिकल में न्यूमैरिकल से संबंधित सवाल कम रहे, इसलिए कैल्कुलेशन में परेशानी नहीं आई और पेपर भी लैंदी नहीं लगा। महाराष्ट्र से आए बालाजी ने बताया कि बायो, कैमिस्ट्री और फिजिक्स तीनों ही मॉडरेट लेवल के थे। पिछले सालों के पेपर्स की तुलना में इस बार काफी आसान था। पेपर को स्टूडेंट फ्रैंडली बनाया गया है। परिणाम 5 जून को आएगा।
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